07 मई 2022 ईस्वी बरोज़ सनीचर मदरसा अ़रबिया अहले सुन्नत सिद्दीक़िया फैज़ुल उ़लूम सिरिजपुरवा के सामने मरहूम व मग़्फूर अ़ब्दुर्रशीद अंसारी के बड़े साहबज़ादे मुहम्मद आ़लम की शादी खाना आबादी के मौक़े पर निहायत ही अ़क़ीदत व मुहब्बत के साथ “जश्ने सुन्नते रसूल व महफिले मीलादे पाक” का इन्इक़ाद किया गया।इस बा बरकत महफिल की शुरुआ़त हज़रत हाफिज़ व क़ारी अहमद रज़ा ज़ियाई मुदर्रिस: मदरसा अ़रबिया अहले सुन्नत सिद्दीक़िया फैज़ुल उ़लूम सिरिजपुरवा के ज़रिया तिलावते कलामुल्लाह से की गई।फिर यके बाद दीगरे कई लोगों ने बारगाहे रसूले अकरम सल्लल्लाहु अ़लैहि वसल्लम में नअ़तों के नज़राने पेश किए।शुरुआ़ती तक़रीर हज़रत मौलाना मुहम्मद अ़ालमगीर साहब आ़सिम फैज़ी ने दीनी व अ़सरी तअ़लीम के हासिल करने की फज़ीलत,ज़रूरत और अहमियत के उ़़न्वान पर किया।आप ने लोगों को खानक़ाहे बरकातिया मारहरा शरीफ के पैग़ाम “आधी रोटी खाइये बच्चो को पढ़ाइये ” पर अ़मल करने की ताकीद व तल्क़ीन की।बादहू नाज़िमे मज्लिस हज़रत मौलाना शअ़बान साहब अ़ज़ीज़ी ने फिर कई मद्दाहाने रसूल को लोगों के सामने पेश किया-नअ़त ख्वाँ हज़रात ने मीठे लब व लेहजे मे उ़म्दा नअ़त ख्वानी का शर्फ हासिल किया, और लोगों ने खूब दाद व दहिश से नवाज़ा।खास तौर पर इन हज़रात ने नअ़त ख्वानी का शर्फ हासिल किया।हज़रत मौलाना सेराज अह अहमद साहब क़ादरी अ़लीमी, हज़रत हाफिज़ व क़ारी अहमद रज़ा ज़ियाई,हाफिज़ व क़ारी कमाल अहमद,-जब कि हज़रत मौलाना आ़बिद अ़ली साहब निज़ामी अ़लीमी सदरुल मुदर्रिसीन दारुल उ़लूम फैज़ाने रज़ा नराएन जोत,महराज गंज ने भी लोगों को मुख्तसर खिताब किया।आखिर में खुसूसी खिताब खतीबे खुसूसी आ़लिमे बा अ़मल हज़रत मौलाना महबूब आ़लम साहब निज़ामी सदर मुदर्रिस:मदरसा अ़लीमिया लोटन बाज़ार, सिद्धार्थ नगर ने की-आप ने अपने खिताब के दौरान लोगों को अपने माँ बाप की इज़्ज़त व तौक़ीर और उन की खिदमत करने के साथ शादी विवाह को इस्लामी तौर तरीक़े से करने की गुज़ारिश की और साथ ही साथ शरीअ़ते मुस्तफा के मुताबिक़ अपनी ज़िंदगी बसर करने की ताकीद की।इस मज्लिस में खुसूसियत के साथ यह हज़रात शरीक हुए।हज़रत मौलाना मुहम्मद शाहिद रज़ा साहब नूरी सदर मुदर्रिस: दारुल उ़लूम ग़ौषिया फैज़ुर्रसूल सेमरहना, हाफिज़ व क़ारी मुहम्मद अनीस साहब,जनाब अ़ब्दुल हई साहब,जनाब अ़ब्दुल्लाह साहब,जनाब अ़ब्दुल मुईद साहब, जनाब मुहम्मद आज़म साहब,जनाब नबीहुल्लाह साहब,जनाब अफरोज़ अहमद,सरवरे आ़लम वग़ैरहुम…सलातो सलाम और हज़रत मौलाना मुहम्मद शमीम अहमद साहब नूरी मिस्बाही नाज़िमे तअ़लीमात:दारुल उ़लूम अनवारे मुस्तफा सेहलाऊ शरीफ की दुआ़ पर यह मज्लिसे सईद इख्तिताम पज़ीर हुई।रिपोर्टर:मुहम्मद तौसीफ रज़ा बरकातीसाकिन:भवनिया पुर [सेमरहना] पो:उस्का बाज़ार, ज़िला:सिद्धार्थ नगर [उ:प्र:)