बाड़़मेर राजस्थान] इलाका-ए-थार की मरकज़ी दर्सगाह “दारुल उ़लूम अनवारे मुस्तफा दरगाह हज़रत पीर सय्यद हाजी अ़ालीशाह बुखारी,पच्छमाई नगर, सेहलाऊ शरीफ,गरडिया, बाड़मेर” के वसीअ़ ग्राउंड में 13 मार्च 2022 ईस्वी दिन:रविवार को 154 वां उर्से बुखारी नूरुल उ़ल्मा शैखे तरीक़त हज़रत अ़ल्लामा अल्हाज सय्यद नूरुल्लाह शाह बुखारी मुहतमिम व शैखुल हदीष:दारुल उ़लूम अनवारे मुस्तफा व सज्जादा नशीन:खानक़ाहे आ़लिया बुखारिया सेहलाऊ शरीफ की क़यादत व सरपरस्ती में इंतिहाई शानो शौकत और अक़ीदत व एहतिराम के साथ शरई मरासिम की पाबंदी के साथ मनाया जाएगा। प्रोग्राम की तफ्सील कुछ इस तरह है। बाद नमाज फज्र: इज्तिमाई कुरआन ख्वानी,… बाद नमाज़े ज़ोहर: क़ौमी एकता प्रोग्राम,… बाद नमाज़े अ़स्र: चादर पोशी व गुल पाशी व मुल्क व मिल्लत की सलाह व बहबूद की खातिर दरगाह शरीफ में खुसूसी दुआ़,… बाद नमाज़े मग़रिब: दारुल उ़़लूम अनवारे मुस्तफा व शाखा-ए- दारुल उ़़लूम के कुछ होनहार बच्चों का दीनी,इल्मी,षक़ाफती व इस्लाही प्रोग्राम,…बाद नमाज़े इशा: उ़़ल्मा-ए-किराम का खुसूसी प्रोग्राम, जिसमें खास तौर पर जानशीने मुफ्ती-ए- आज़म राजस्थान हज़रत अ़ल्लामा अल्हाज मुफ्ती शेर मुहम्मद खान साहब रिज़्वी शैखुल हदीष: दारुल उ़़लूम इस्हाक़िया जोधपुर की खुसूसी तक़रीर होगी। आपके अ़लावा दीगर उ़ल्मा-ए- किराम,सादाते ज़विल एहतिराम, व नअ़त ख्वानाने रसूल की भी शिरकत होगी।इसलिए आप सभी हज़रात इस दीनी व मज़हबी प्रोग्राम में शिरकत करके उर्स के फुयूज़ व बरकात से मालामाल हों!